जिला अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत,परिजनों ने नर्सों व डाक्टरो पर लगाया लापरवाही का आरोप

सोनभाद्र। जिले के स्वास्थ्य विभागों में बेहतर इलाज के लिए सूबे की सरकार लगातार प्रयास कर रही है, जिसके कारण जांच के सभी आवश्यक उपकरणों को जिला अस्पतालों में लगाया गया है। इसके बावजूद भी डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही से हो रही मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला जनपद सोनभद्र के जिला अस्पताल का है, जहां पर आज सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अनपरा से रेफर होकर आई एक महिला का जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान मौत हो गई। वही मौत की सूचना के बाद परिजनों समेत डिलीवरी के लिए लेकर आई आशा कार्यकर्ती ने जिला अस्पताल के डाक्टरों और नर्सों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। जिसके बाद पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जांच के आदेश देते हुए कहा कि पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, रिपोर्ट आने पर मृत्यु का कारण पता चलेगा और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

केन्द्र और प्रदेश सरकार मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का दावा भले ही कर रही हो लेकिन देश अति पिछड़े 115 जिलों की सूची में शामिल सोनभद्र में सच्चाई कुछ और ही है। यहाँ के जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के अभाव में प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत होना आम बात हो गयी है।

प्रसूता की मौत होने पर परिजनों का कहना था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अनपरा में दिखाने के बाद चिकित्सको ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिस पर 108 नम्बर ऐम्बुलेंश से मरीज को लेकर जिला अस्पताल आज सुबह 6 बजे पहुचे जहां उसका समय से इलाज नही होने की वजह से मौत हो गयी।

वही प्रसूता को लेकर जिला अस्पताल आयी आशा मीरा वर्मा का कहना है कि रात में अधिक दर्द होने पर अनपरा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सक ने अधिक ब्लड आने पर प्रसूता मरीज को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया लेकिन यहां नर्स और चिकित्सक द्वारा समय पर सही उपचार नही करने की वजह से प्रसूता की मौत हो गयी।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा पीबी गौतम ने जांच के आदेश देते हुए कहा कि पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, रिपोर्ट आने पर मृत्यु का कारण पता चलेगा और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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