आकाशवाणी ओबरा से दिन में स्थानीय प्रसारण बन्द होने से लोगो मे रोष

सोनभद्र जिले की पहचान रहे आकाशवाणी ओबरा दिन में प्रसारण बंद होने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है

म्योरपुर /सोनभद्र( विकास कुमार)

आकाशवाणी महानिदेशालय दिल्ली से आये निर्देशो के अनुसार आकाशवाणी ओबरा स्थानीय स्तर पर शाम 5 बजे से रात्री 11.10 बजे तक ही कार्यक्रमो ल प्रसारण हो रहा है।जिससे लोगो को स्थानीय स्तर के कार्यक्रमो से वंचित कर कर दिया गया है।

दीपक कुमार का कहना है कि हम प्रतिदिन की शुरुआत रेडियो के वंदे मातरम से करते थे सुबह 7 बजकर 5 मिनट रामचरित्रमानस का पाठ हम पूरे परिवार के साथ सुन्नते थे जिससे परिवार मे आनंद रहता था जिसे नहीं सुन पा रहे है। बुलबुल का कहना है कि हम प्रत्येक मंगलवार शुक्रवार को सुबह 10:30 से 11:30 के बीच में हेलो फरमाइश कार्यक्रम में फोन लगाने के लिए अपना सारा काम जल्दी से कर के मोबाइल हाथ में लेकर बैठ जाते थे और जब बात हो जाती थी तो बहुत खुशी होती थी जिसमें स्थानीय उद्घोष ओं द्वारा जल वन जल वंत मुद्दों पर हमारी बातचीत होते थे लेकिन इसका प्रसारण बंद होने से लगता है कि हमारी आवाज मंच हमसे छीन लिया गया मोहम्मद यूनुस खान का कहना है कि आकाशवाणी ओबरा हमारी दिनचर्या में शामिल था एक ओर जहां सोनभद्र में हवाई पट्टी को हवाई अड्डा का रूप दिया जा रहा है विकास किया जा रहा है वहीं आकाशवाणी ओबरा से दिन के समय में स्थानीय प्रसारण को बंद करके क्षेत्र के लोगों का साथ नाइंसाफी हो रही है क्षेत्र की आबादी गांव में निवास करती है जहां मनोरंजन और और जानकारी मिलती थी हम पूरा दिन रेडियो सुन सुनते हुए अपना काम भी करते थे आकाशवाणी ओबरा से स्थानीय उद्योगों द्वारा जो कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते थे उससे हमें जानकारी और मनोरंजन दोनों मिलता था सुबह स्वस्थ चर्चा कार्यक्रम सुनते थे जिससे हम अपने खान-पान और परहेज की जानकारी मिलती थी वही अगर दूसरी तरफ देखे तो आकाशवाणी ओबरा से जुड़े सारे उद्घोष और कुछ कम्पियर अब लगभग बेरोजगारी के कगार पर आ गए है जिसमे महिलाओं की संख्या अधिक है जिनके सामने आर्थिक संकट की स्तिथि उपन्न हो गई है जिनमे अधिकांश तो ऐसे है जो कही और काम नही कर सकने की स्तिथि में है ऐसे में जाय तो कहा जाए एक ओर जहां सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ महिला सशक्तिकरण का नाम दे रही है वही आकाशवाणी ओबरा से जुड़ी महिला कर्मी के लिये उपहास सा सावित हो रहा है।

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