जनसमस्याओं के निदान के लिए योगी ने फिर चेताया
लखनऊ। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी जनसुनवाई की समीक्षा करें जिससे समस्या का समाधान हो सके। इसकी समीक्षा हर महीने स्वयं करूँगा। प्रशासनिक व्यवस्था का इस हेल्पलाइन से पता चल सकेगा।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 का उद्घाटन करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज मे जागरूकता का बहुत अभाव है। इसलिए समस्याओं का समाधान नही हो पाता।
उन्होंने कहा कि दो साल पहले कहा था कि ऐसा मैकेनिज्म तैयार करना पड़ेगा। इसकी एक साल से तैयारी हो रही थी। अभी इसमें कुछ कमी हैं जिन्हें दूर करना होगा। समस्या के समाधान के लिए शिकायतकर्ता से पूछा जाएगा।
अब पब्लिक को गाँव से यहां नही आना पड़ेगा।।यह भी ध्यान रखना पड़ेगा कि कोई गलत शिकायत न हो। क्योंकि कई बार जरूरतमंद को उस योजना का लाभ नही मिल पाता।
उन्होंने कहा कि 500 लोगों को इसके साथ ही रोज़गार मिला है। इसको अन्य हेल्पलाइन से भी जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी भी शिकायतों का भंडार है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिकारियों के परफोरेंस के आधार पर ही अधिकारियों का ए सीआर तय होगा। इसलिए अधिकारी अपने विभाग का काम काज और बेहतर करे।सीएम ने सीएम हेल्प लाइन का शुभारंभ करते हुवे कहा इस हेल्पलाइन में शिकायतकर्ता यूपी में किसी भी स्थान से इसके टोल फ्री नंबर 1076 में फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है।इस काॅलसेन्टर में 500 सीटों की व्यवस्था है जिसमें शिकायत दर्ज करने को स्टाफ 24 घंटे मौजूद रहेगा।यह हेल्पलाइन शिकायतकर्ता की परेशानी का जब तक निराकरण नहीं हो जाता तब तक इसका फालोअप किया जाएगा।इस हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत तभी बन्द होगी जब शिकायतकर्ता खुद न कह दे कि उसकी समस्या का समाधान हो गया है।
आम लोगों की जन भावनाओं को अमली जामा पहनाना ज़रूरी है….लोगों को नये पता नही होता था कि अपनी समस्याओं के लिए कहाँ जाएं….विभागों से भी लोगों को त्वरित निस्तारण नही मिल रहा था…ऐसे में आम लोगों के बीच नाराजगी थी, संवादहीनता और शासन की योजनाओं का लाभ जनता को नही मिलने से लोग असंतुष्ट रहे….
मैंने जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया, एक साल के कार्यकाल में 22 लाख मामले सामने आए थे…लेकिन इसके लिए प्रदेश के कोने कोने से लोगों को लखनऊ आना पड़ा जिससे उसे तकलीफ हुई….
तहसील, थाने, जिला स्तर की समस्याओं का समाधान उस स्तर पर नही होने से लोग सीधे मेरे पास आये….
अधिकारी कर्मचारी हेल्प लाइन को लेकर ज़िम्मेदार बने, जन शिकायतों को अधिकारियों के ACR से जोड़ा जाएगा। (ये बहुत महत्वपूर्ण है)
360 डिग्री मेरी निगरानी में जन शिकायतों पर सुनवाई होनी चाहिए….
जनता की समस्याओं का समाधान नही होने पर यहां बैठने का कोई मतलब नही…लोकतंत्र को धरातल पर उतारने में ये ज़रूरी है, आम आदमी की परेशानी दूर करना सबसे बड़ी उपलब्धि होगी….गलत शिकायत करने वालों की जवाबदेही भी तय की जाएगी।