
एजेंसी वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें उत्तर कोरिया के तानशाह किंग जॉन उन से एक ‘सुंदर’ पत्र मिला है। आपको बता दें कि वाशिंगटन में वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के एक दिन बाद ट्रंप की टिप्पणी आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि किम के सौतेले भाई सीआईए के मुखबिर थे। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फरवरी के दौरान हनोई वियतनाम में दूसरे उत्तर कोरिया-अमरीकी शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे। लेकिन यह वार्ता असफल रही थी। आपको बता दें कि पिछले साल आज ही के दिन ट्रंप और किम की मुलाकात सिंगापुर में हुई थी।
ट्रंप को किम की चिट्ठी
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन का एक बहुत ही गर्म जोशी वाला पत्र मिला है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पत्र को ‘खूबसूरत’ बताया है। ट्रंप ने वाइट हाउस से आयोवा के लिए रवाना होने से पहले प्रेस को बताया कि सोमवार को उन्हें किम की ओर से उन्हें ‘बहुत अच्छा’ पत्र मिला है। हालांकि अमरीकी राष्ट्रपति ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि पत्र में क्या लिखा है।
ट्रंप और किम के बीच दो बार हो चुकी है मुलाकात
आपको बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग के बीच दो बार मुलाकात हो चुकी है। डोनाल्ड ट्रंप और किम पहली बार 12 जून 2018 को सिंगापुर में मिले थे। उसके बाद दोनों नेताओं की मुलाकात 28 फरवरी 2019 को वियतनाम की राजधानी हनोई में हुई थी। हालांकि इन दोनों दौर की वार्ता के बाद कुछ हासिल नहीं हुआ और अविश्वास के चलते इन दोनों नेताओं की वार्ता टूट गई थी । जहां अमरीकी पक्ष उत्तर कोरिया से परमाणु हथियारों का खात्मा करने की मांग करता रहा, वहीं उत्तर कोरिया की जिद थी कि अमरीका पहले उस पर लगे प्रतिबंधों को हटाए। कुछ दिन पहले यह खबर आई थी कि हनोई वार्ता के रणनीतिकारों को उत्तर कोरिया ने मार डाला है ।
ट्रंप को किम की चिट्ठी
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन का एक बहुत ही गर्म जोशी वाला पत्र मिला है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पत्र को ‘खूबसूरत’ बताया है। ट्रंप ने वाइट हाउस से आयोवा के लिए रवाना होने से पहले प्रेस को बताया कि सोमवार को उन्हें किम की ओर से उन्हें ‘बहुत अच्छा’ पत्र मिला है। हालांकि अमरीकी राष्ट्रपति ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि पत्र में क्या लिखा है।

ट्रंप और किम के बीच दो बार हो चुकी है मुलाकात
आपको बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग के बीच दो बार मुलाकात हो चुकी है। डोनाल्ड ट्रंप और किम पहली बार 12 जून 2018 को सिंगापुर में मिले थे। उसके बाद दोनों नेताओं की मुलाकात 28 फरवरी 2019 को वियतनाम की राजधानी हनोई में हुई थी। हालांकि इन दोनों दौर की वार्ता के बाद कुछ हासिल नहीं हुआ और अविश्वास के चलते इन दोनों नेताओं की वार्ता टूट गई थी । जहां अमरीकी पक्ष उत्तर कोरिया से परमाणु हथियारों का खात्मा करने की मांग करता रहा, वहीं उत्तर कोरिया की जिद थी कि अमरीका पहले उस पर लगे प्रतिबंधों को हटाए। कुछ दिन पहले यह खबर आई थी कि हनोई वार्ता के रणनीतिकारों को उत्तर कोरिया ने मार डाला है ।
पत्र के बाद क्या है उम्मीद
पत्र मिलने की जानकारी देते हुए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम के साथ अपने अच्छे संबंधों का जिक्र करने के साथ-साथ उत्तर कोरिया की जबरदस्त क्षमता को भी दोहराया।उधर विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागस ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर चर्चा करने के लिए जून के आखिर में जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा करने वाले हैं। ओर्टागस ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया के साथ बातचीत करने के दरवाजे अभी भी खुले हैं। ट्रम्प ने भी पत्रकारों के सवालों पर सस्पेंस बनाते हुए कहा, “मुझे लगता है कि ऐसा कुछ होगा जो बहुत सकारात्मक होने वाला है।,” लेकिन उन्होंने इससे अधिक कोई विवरण नहीं दिया। जानकारों की मानें तो वाशिंगटन, उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को खत्म करने के उद्देश्य से प्योंगयांग के साथ रुकी हुई वार्ता प्रक्रिया का फिर से पुनर्निर्माण करना चाहता है। ट्रम्प और किम पिछली बार हनोई में इस साल की शुरुआत में मिले थे, लेकिन किसी परमाणु समझौते तक पहुंचने में विफल रहे थे।
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