सोनभद्र। प्रदेश की आखिरी लोकसभा सीट रावर्ट्सगंज सुरक्षित (80) पर जीत हासिल करने वाला सांसद मिर्जापुर जिले का ही होगा क्योकि कांग्रेस , सपा महागठबंधन और भाजपा गठबंधन के तीनों प्रत्यासी एक ही जिला मिर्जापुर के रहने वाले है। रावर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर 1999 के बाद कोई भी स्थानीय प्रत्यासी जीत हासिल नही कर सका है।
रावर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र की सीमाएं चार नक्सल प्रभावित राज्यो से लगती है
यहां सर्वाधिक संख्या में अनुसूचित जनजाति के लोग निवास करते है। इस क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा क्षेत्र शामिल है जिनमे चन्दौली जिला की चकिया विधानसभा सहित सोनभद्र की 4 विधानसभा शामिल है। 2019 के लोकसभा सामान्य निर्वाचन में कुल 16 लाख 92 हजार 508 मतदाता है जिसमे 9 लाख 11 हजार 331 पुरुष और 7 लाख 81 हजार 132 महिला मतदाता है जो सातवें चरण में 19 मई को 1259 मतदान केंद्रों के 1895 मतदेय स्थलों पर अपने मतों का प्रयोग करेंगे। सातंवे चरण के लिए 19 मई को होने वाले मतदान के लिए प्रशासन ने सुरक्षा की पूरी तैयारी कर लिया है। 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक हुए नामांकन में कुल 24 प्रत्यासियो ने नामांकन किया जिनमे 4 महिला प्रत्यासी भी चुनावी समर में पुरुष प्रत्यासियो से दो दो हाथ करने को तैयार है। भाजपा अपना दल एस से पूर्व सांसद पकौड़ी लाल कोल , सपा बसपा गठबन्धन से पूर्व सांसद भाईलाल कोल , कांग्रेस से पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी , प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक रूबी प्रसाद , सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से कैलाशनाथ कोल , सीआईआई से अशोक कन्नौजिया , आईपीएफ (रेडिकल) से पूर्व आईजी एसआर दारापुरी , भारतीय जन क्रांति दल अमित कुमार , जनता दल यूनाइटेड से अनिता कोल , आरपीआई (ए) से सुनील कुमार , भारतीय गांधीवादी पार्टी से सन्तोष कुमार खरवार , गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से धर्मेन्द्र , निर्दल प्रभुदयाल , निर्दल राम गोविन्द , निर्दल विद्या प्रसाद , निर्दल कुमारी भूषा अम्बेडकर , निर्दल राजकुमार , भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी से अनुज कुमार कन्नौजिया, बहुजन मुक्ति पार्टी रमेश कुमार बागी , भारत प्रभात पार्टी से सुशील कुमार, राष्ट्रवादी जनवादी से रामकेश , शिव सेना से पुष्पा अनिल और निर्दल मनोज कुमार के नामांकन किया है।
रावर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र से जीतने वाला सांसद मिर्जापुर जिले का होगा आइए जानते है कौन है ऐसे प्रत्यासी कौन है।
कांग्रेस – भगवती प्रसाद चौधरी निवासी पुरुषोत्तम निवास पुरुषोत्तम दस मार्ग सबरी चुंगी मिर्जापुर के है। यह कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन भी है। भगवती चौधरी 1983 से 1993 तक पीसीएफ का डायरेक्टर रहे। 1985 में छानबे से विधायक रहे और दो बार 1995 और 1997 में मिर्जापुर के जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके है। 2007 2012 का विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन सफल नही हो सके इसके साथ ही वर्ष 2014 में रावर्ट्सगंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़े पर मोदी लहर में हार का सामना करना पड़ा। इसमें साथ ही भगवती चौधरी पेशे से अधिवक्ता भी है।
भाजपा – अपना दल व निषाद पार्टी – पकौड़ी लाल कोल
निवासी पटेहरा जिला मिर्जापुर
पकौड़ी लाल 1994 में मिर्जापुर – रावर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया से चुनाव लड़े। 1998 में अपना दल से पुनः किस्मत आजमाया लेकिन सफल नही रहे। 2002 मे छानबे विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने। इसके बाद 2004 में एक बार फिर से मिर्जापुर -रावर्ट्सगंज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी का दामन थाम कर चुनाव लड़े लेकिन असफल रहे । 2007 के लोकसभा उप चुनाव में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े लेकिन 339 मतों से बहुजन समाज पार्टी के भाईलाल कोल से हार गए। 2009 में पकौड़ी लाल कोल फिर समाजवादी पार्टी के टिकट पर किस्मत आजमाया और संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज कराया। 2014 में समाजवादी पार्टी ने पकौड़ी लाल कोल पर विश्वास जताते हुए चुनाव मैदान में उतारा लेकिन मौदी लहर में वह भाजपा के छोटेलाल खरवार से चुनाव हार गए।
सपा बसपा व रालोद गठबन्धन – भाईलाल कोल
यह पचोखरा उसरी खम्हरिया जिला मिर्जापुर के निवासी है ।
भाईलाल कोल 1979 से 1989 तक ग्राम प्रधान रहे। 1996 में भारतीय जनता पार्टी से छानबे विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। मिर्जापुर – रावर्ट्सगंज लोकसभा के 2007 में हुए उप चुनाव बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़े और सांसद बने । इसके बाद दल बदलते हुए 2012 में छानबे विधानसभा क्षेत्र से साइकिल की सवारी करते हुए विधानसभा पहुचे 2017 के विधानसभा चुनाव पकौड़ी लाल कोल के बेटे राहुल कोल अपना दल एस से चुनाव हार गए। भाईलाल कोल एक ऐसे प्रत्यासी है जो पिता – पुत्र दोनो के खिलाफ चुनाव लड़ चुके है।
इन प्रमुख दलों ने रावर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र से प्रत्यासी बना कर चुनावी समर में उतारा है इन तीनो प्रत्यासियो में सबसे खास बात यह है कि इनका निवास जिला मिर्जापुर ही है। ऐसे में इन प्रमुख दलों में से कोई जीत दर्ज करता है तो वह मिर्जापुर जिले का निवासी होगा जो सोनभद्र का प्रतिनिधित्व करेगा।