बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/ विवेकानंद) विकास खंड के पोखरा गांव में सौभाग्य योजना के तहत तीन माह से रुका हुआ था पोल लगा दिए गए थे जिसमें कंक्रिटिंग का काम संतोषजनक नहीं है न तार खिंचा गया है और न ही इंसुलेटर लगाए गए हैं जिससे उग्र ग्रामीणों के द्वारा आक्रोश जताया गया
और जिलाधिकारी को पत्र भी लिख दिया गया ग्रामीणों का आरोप था कि लेबरों के द्वारा स्वयं खर्च के लिए उपभोक्ताओं से पोल खंभे के लिए रुपये वसूले जाते हैं इतना ही नहीं बल्कि ठेकेदार के द्वारा पहले दो हजार रुपए मांगा जाता था लेकिन कुछ दिनों के पश्चात पांच हजार रुपए की मांग होने लगे परंतु जब इस संबंध में विभाग के जेई संजय कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि ऐसा कुछ भी नहीं है साईड पर काम शुरू करा दिया गया है वसूली के जगह पर गांव के कुछ लोगों के द्वारा आपसी बात विवाद के कारण पैसा वसूली का आरोप लगाया गया था मैटेरियल खत्म हो जाने के कारण काम रोका गया था।