तमन्ना फरीदी
लखनऊ।बीजेपी को छोड़कर आखिरकार शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में शामिल हो गए। इस मौके पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल और वेणुगोपाल ने शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी में शामिल कराया।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 39वें स्थापना दिवस पर पार्टी के कद्दावर नेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. बीजेपी नेतृत्व के साथ लंबे समय से खफा चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा दिल्ली में एक कार्यक्रम में कांग्रेस में शामिल हुए. इस दौरान कांग्रेस की ओर से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल, पार्टी के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल मौजूद थे. शत्रुघ्न सिन्हा बिहार की पटनासाहिब लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी पर कई हमले किए। उन्होंने कहा मैंने कहा कि संवाद होना चाहिए, पर कभी संवाद नहीं हुआ। मैंने हमेशा देशहित की बात की है। पार्टी में शामिल होने के 3 घंटे बाद ही कांग्रेस ने शत्रुघ्न को पटना साहिब से उम्मीदवार बना दिया। भाजपा ने इस सीट से रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, बीजेपी में बड़े-बड़े नेता साइड लाइन कर दिए गए। आडवाणी जैसे नेताओं को मार्गदर्शन मंडल पर भेज दिया है। उन्होंने कहा कि आज तक मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं लगे। शत्रुघ्न सिन्हा ने गलती से शक्ति सिंह गोहिल को बीजेपी की रीढ़ की हड्डी बोल गए। इसके बाद उन्होंने कहा कि नई पार्टी में थोड़ा वक्त लगेगा।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नवरात्र के मौके पर वे कांग्रेस में शामिल हुए हैं और इस मौके पर कांग्रेस नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर अपनी राजनीतिक जीवन यात्रा में शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं दी. शत्रुघ्न सिन्हा ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी में उन्होंने लोक शाही को धीरे-धीरे तानाशाही में परिवर्तित होते देखा. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मौजूदा बीजेपी नेतृत्व ने यशवंत सिन्हा, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी जैसे कद्दावर शख्सियतों को निपटा दिया गया.
शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर अपने दिल में दबे दर्द को भी बयां किया. शत्रुघ्न सिन्हा ने पूछा कि आखिर बीजेपी सरकार में उन्हें मंत्री क्यों नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि क्या उनके अंदर काबिलियत नहीं या फिर उनके अंदर क्या कमी थी. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी में इस वक्त तानाशाही सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि ये वन मैन शो और टू मैन आर्मी की सरकार है. शत्रु ने कहा कि केंद्र के मंत्रियों को अपना सचिव रखने की इजाजत रखने की नहीं थी.
शत्रुघ्न सिन्हा 1992 में भाजपा में शामिल हुए थे, दो बार लोकसभा सदस्य बने
सिन्हा ने कहा, “मैं लोकशाही को लेकर आगे बढ़ता गया और भाजपा में धीरे-धीरे लोकशाही, तानाशाही में बदल गई। मैंने भाजपा के लिए कहा था कि वन मैन आर्मी और टू मैन शो। पार्टी ने आडवाणीजी को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया। इस मार्गदर्शक मंडल की आज तक कोई बैठक नहीं हुई। भाजपा ने धीरे-धीरे ऊपर से काटना शुरू किया। जसवंत सिंह, अरुण शौरी, मुरली मनोहर जोशी और यशवंत सिन्हा को खत्म किया गया।”
यह पूछे जाने पर कि क्या पत्नी पूनम लखनऊ से राजनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं, शत्रुघ्न ने कहा- कुछ भी हो सकता है।
अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा लखनऊ से गृहमंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पूनम सिन्हा समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. लखनऊ लोकसभा क्षेत्र में चार लाख कायस्थ मतदाता हैं और 1.3 लाख सिंधी वोटर हैं. इसके अलावा 3.5 लाख मुस्लिम मतदाता हैं. पूनम सिन्हा सिंधी हैं जबकि उनके पति शत्रुघ्न सिन्हा कायस्थ हैं. इससे पूनम की उम्मीदवारी और मजबूत होती है.”
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ”कांग्रेस एक दल के साथ विचारधारा भी है। शत्रुघ्न सिन्हा का आध्यात्मिक और बौद्धिक तौर पर महात्मा गांधी के विचारों से लगाव रहा है।” शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, ”शत्रुघ्न अच्छे नेता हैं। बॉलीवुड में सुपरस्टार रहे। उनका कांग्रेस परिवार में उनका स्वागत करते हैं।”
शत्रुघ्न के मुताबिक, ”आज तक मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। मुझे मंत्री नहीं बनाया गया। मैं पूछता हूं कि सरकार ऐसे 4 मंत्रियों का नाम तो बताए, जिन पर कोई आरोप न हो। सारे काम पीएमओ से होते थे। पार्टी ने खाते में 15 लाख रुपए देने और 100 स्मार्ट सिटी की बात कही। कोई एक काम तो दिखा दें। मैंने जीवन में सीखा है कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी और पार्टी से बड़ा देश होता है। मैंने देशहित में गरीब, किसान और युवाओं की बातें कीं।
तमन्ना फरीदी