बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/ विवेकानंद)आदिवासी बाहुल्य और अति पिछड़ा विकास खण्ड बभनी के ग्राम सभा भीसुर के रन्दह टोला में चिकनपॉक्स ने पैर पसार लिए हैं। धीरे -धीरे गांवों में इसका प्रकोप चरम पर जा पहुंचा है। इस गांवों में कई मरीज चिकन पॉक्स से पीड़ित हैं। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
स्वास्थ्य महकमा अब तक तेजी से फैलती इस बीमारी के प्रति सचेत है। हालात बिगड़ते जा रहे हैं। क्षेत्र के अधिकांश गांव में आदिवासी और गरीब तबके के निरक्षर लोग इसकी चपेट में हैं। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाएं का प्रयोग न करके वे उपचार की बजाय टोना टोटकों का सहारा ले रहे हैं, जो गंभीर हालात पैदा कर सकता है।
आप को बताते चलें कि इससे पहले यह बिमारी चैनपुर के पुरानडीह में भी फैल चुका था जिसका स्वास्थ विभाग की टीम ने कैम्प लगाकर इलाज किया था।
विकासखण्ड बभनी के ग्राम पंचायत भीसुर के रंदहटोला समेत कई गांवों में फैली चिकन पॉक्स की महामारी।जब इसकी जानकारी प्राथमिक विद्यालय रंदहटोला के प्रभारी प्रधानाध्यापक श्री बृजेंद्र सिंह यादव द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दी गई तब विभाग ने इस बात को संज्ञान में लेते हुए अपनी एक टीम विद्यालय में परीक्षण हेतु भेजी जिसमें टीम ने स्कूल के बच्चों व कई ग्रामवासियों एवं गांव के छोटे बच्चों को चिकन पॉक्स से पीड़ित पाया जिस पर उन्होंने तत्काल उचित इलाज एवं दवाइयां ग्रामीणों एवं विद्यालय के बच्चों को दी तथा चिकन पॉक्स से बचाव के उपाय भी बच्चों एवं ग्रामीणों को टीम द्वारा बताए गए ग्रामीणों द्वारा प्रधानाध्यापक के इस कार्य को बहुत सराहा गया क्योंकि यह महामारी दिन पर दिन गांवों में पैर पसार रही थी और पीड़ितों कि संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही थी फिलहाल में चिकित्सकों द्वारा इसका इलाज किया जा रहा है।