सोनभद्र।सृकृत चौकी से मजह पांच सौ मीटर दूरी पर उत्तर दिशा में स्थित सृकृत गांव में सोमवार की सुबह उस समय हंगामा मच गया जब पत्थर की एक खदान में हुई ब्लास्टिंग के बाद पत्थर ग्रामीणों के घर-आंगन में गिरा। इसके बाद क्या था, ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर ब्लॉस्टिंग का ठेका लिए ठेकेदार को दौड़ा लिए। ठेकेदार खनन क्षेत्र छोड़कर भाग निकला। साथ ही खनन के रास्ते को बंद कर नारेबाजी करने लगे। आबादी क्षेत्र से सटे पत्थर खदान का संचालन बंद करने की मांग ग्रामीणों ने की। गांव के रंजीत कुमार, कैरा, संतोष, गूंजा, जमुना, कलावती, जवाहिर आदि ने बताया कि इस प्रकार की घटना आए दिन घटती रहती है, लेकिन न तो ग्राम प्रधान इकबाल सुनते हैं और न ही चौकी इंचार्ज। बताया कि वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग से आधा किमी की दूरी पर आदिवासियों की बस्ती है। बस्ती से सटा एक खननकर्ता ने अपनी लीज करा रखी है। जो 100 मीटर से भी कम दूरी पर होगा। बस्ती में रह रहे लोग, हर रोज परिवार के सदस्य को लेकर चिंतित रहते हैं कि पता नहीं कौन सा पत्थर किसके ऊपर आ गिरे और वे असमय कॉल के गाल में समा जाए। सोमवार सुबह ब्लास्टिंग इतना तेज था कि पत्थर के कई टुकड़े इनके घरों पर आंगन, बाहर पलभर में फैल गया। इसमें एक पत्थर अनीता के आंगन में गिरा, उस समय वह बच्चे की मालिश कर रही थी। इस संबंध में सुकृत चौकी इंचार्ज राजेश मौर्य ने अनभिज्ञता जताया। खान निरीक्षक जीके दत्ता ने खान अधिकारी ने बात करने को कह कर कन्नी काट गए। भाजपा नेता राजेश द्विवेदी ने ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया। आश्वासन दिया कि इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को पहुंचाई जायेगी।