एनसीएल के केंद्रीय अस्पताल ने किए 22 ग्रामीण महिलाओं के परिवार नियोजन ऑपरेशनसिगरौली।नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के कृति महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती संगीता सिन्हा ने कहा है कि बच्चों के उज्जवल भविष्य और अच्छी परवरिश के लिए जरूरी है कि परिवार में दो ही बच्चे हों, चाहे वे दोनों लड़कियां हीं क्यों न हों। श्रीमती सिन्हा बुधवार को एनसीएल के केंद्रीय चिकित्सालय द्वारा आयोजित परिवार नियोजन कैंप को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थीं। शिविर में कृति महिला महिला मंडल की उपाध्यक्षा श्रीमती प्रतिमा पाण्डेय एवं श्री नीलू ठाकुर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहीं।कैंप में महिलाओं के बीच परिवार नियोजन और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए 22 स्थानीय ग्रामीण जरूरतमंद महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन किए। केंद्रीय अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ॰ मीनाक्षी राणा के नेतृत्व में केंद्रीय चिकित्सालय और एनसीएल के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय (एनएससी) के डॉक्टरों की टीम ने कंपनी के निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत ये निःशुल्क महिला ऑपरेशन किए। कैंप के आयोजन में कृति महिला मण्डल की सदस्याओं ने सहयोग दिया।शिविर के आयोजन से लाभान्वित हुई महिलाओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती संगीता सिन्हा ने कहा कि महिलाओं को दो बच्चों को जन्म देने के बाद से परिवार नियोजन का पालन अवश्य करना चाहिए। श्रीमती सिन्हा ने बेटा-बेटी की समान परवरिश पर विशेष जोर देते हुए कहा कि मां-बाप को बच्चों के बचपन से ही उनकी परवरिश में किसी प्रकार का भेद नहीं करना चाहिए और दोनों के अच्छे पोषण एवं अच्छी शिक्षा देने सहित हर काम में उनकी समान भागीदारी सुनिशिचित करनी चाहिए।कृति महिला मंडल की टीम ने ऑपरेशन की गई सभी महिलाओं को ठंड से बचने हेतु कंबल भी दिए। साथ ही, केंद्रीय अस्पताल ने सभी महिलाओं को मुफ्त दवाइयां, स्वच्छता किट और पोषक आहार दिया। लाभान्वित महिलाओं ने उनके सफल नसबंदी ऑपरेशन के लिए केंद्रीय अस्पताल की टीम का आभार जताया।परिवार नियोजन को बढ़ावा देने की एनसीएल की मुहिम का अधिक से अधिक जरूरतमंद महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्रीय अस्पताल की टीम ने स्थानीय गांवों में पंफ्लेट बांटकर महिलाओं को ऐच्छिक रूप से नसबंदी कराने के लिए प्रेरित किया। अस्पताल के इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप नसबंदी ऑपरेशन के लिए निर्धारित बुधवार को 22 महिलाओं ने केंद्रीय चिकित्सालय पहुंचकर ऑपरेशन हेतु अपना ऑपरेशन कराया।सभी महिलाओं के सफल ऑपरेशन के बाद उन्हें केंद्रीय अस्पताल की टीम की स्वास्थ्य निगरानी में रखा गया और एक बार फिर स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।नसबंदी ऑपरेशन करने वाली टीम में एनएससी की उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ संगीता प्रसाद एवं अनेस्थिटिस्ट डॉ॰ मोलीना और केंद्रीय चिकित्सालय की उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ कल्पना गुप्ता एवं डॉ॰ बी॰ के॰ गुप्ता शामिल थे।