सोनभद्र(सीके मिश्रा/रवि पांडेय)सोनभद्र की प्रमुख नदी ब्रह्मा पुत्र सोन नद को अविरल करने की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय पिछले छः माह से धरना प्रदर्शन करके सरकार से सोन नद में अवैध अस्थायी पुल के निर्माण को रोकने व पोकलेन मशीनों से बालू खनन करने पर रोक लगाने की मांग कर रहे है।
आज एक बार फिर जिले में धारा 144 लागू होने के बावजूद भी सोनांचल संघर्ष वाहिनी और निषाद पार्टी के नेतृत्व में आदिवासियों ने तीर धनुष लेकर सोन को अविरल करने की मांग को लेकर सदर तहसील में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सदर एसडीएम को सौपा। इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे रोशनलाल यादव ने कहा कि सोन को अविरल बनाने की मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन किया गया लेकिन अवैध खनन माफियाओं से सरकार सोन नद को चंगुल से निकाल नही पा रही है। इसके साथ ही गंगा और यमुना नदी की जिस तरह नीलामी नही होती उसी तरह सोन नद की भी नीलामी नही होने दिया जाएगा अगर हमारी मांग नही मानी जाती तो बहरमोरी बालू साइड पर बने अवैध पुल को तोड़ कर सोन को अविरल बनाया जाएगा।
बताते चले कि सोनभद्र के कोन थाना इलाके के बरहमोरी बालू साइड जो सदर तहसील के नगवां ब्लाक अंतर्गत आता है और कैमूर वाइल्ड लाइफ एरिया में स्थित है में जिला प्रशासन द्वारा बालू खनन का पट्टा आवंटित किया गया। इस बालू साइड पर पहुचने के लिए पट्टाधारक को चोपन ब्लाक के हर्रा गांव में सोन नद में अवैध अस्थायी पुल बना कर बीच नदी से पोकलेन मशीन लगा कर खनन किया जा रहा है। जिसका विरोध आसपास के गांवो के लोगो के साथ ही आदिवासियों द्वारा पिछले छः माह से किया जा रहा है। आज सोनांचल संघर्ष वाहिनी और निषाद पार्टी के नेतृत्व में आदिवासियों ने तीर धनुष लेकर सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष ने जिले में धारा 144 लागू होने के बावजूद भी सदर तहसील में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा।
इस प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सोनांचल संघर्ष वाहिनी के संयोजक रोशन लाल यादव ने कहा कि गंगा की तरह सोन नद को भी अविरल किया जाय इसी मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है और मांग को लेकर सरकार के प्रतिनिधि को सौपा जाएगा। सोन नद को अविरल बनाने के लिए पिछले छह माह से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन सरकार और जनोरतिनिधियो की आंख पर पट्टी बंधी हुई है जिसके कारण खनन माफियाओं द्वारा सोन नद में अवैध अस्थायी पुल बना कर हैबी मशीनों के द्वारा बीच नदी से बालू का खनन किया जा रहा है। अगर सरकार सोन नद को अविरल नही करती है तो जल्द ही हजारों की संख्या में आदिवासी सोन नद बने अवैध पुल को तोड़ा जाएगा।
वही निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष रोहित बिंद लोगो का कहना है कि जिस तरह गंगा और यमुना नदी की नीलामी नही होती उसी तरह सोन नदी का भी नीलामी बन्द किया जाय। सोन नदी में अवैध पुल बनाकर खनन नही करने दिया जाएगा।
वही ज्ञापन लेने पहुचे सदर एसडीएम सादाब अशलम ने बताया कि सोन नदी की धारा को मुक्त कराने और खनन को बंद कराने सम्बन्धित मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया है जिसे शासन को भेज दिया जाएगा।
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