सोनभद्र (सीके मिश्रा) ओबरा तापीय परियोजना के बीटीपीएस के माईनस 4 में केबिल गैलरी में सुबह लगी भीषण आग के लिए परियोजना के अधिकारी जिम्मेदार हैं ।
जिनकी वजह से एक बार फिर परियोजना को करोड़ो का नुकसान हुआ है । यह कहना है पूर्व जिलाध्यक्ष बीजेपी धर्मवीर तिवारी का । धर्मवीर तिवारी ने कहा कि बीजेपी की शासनकाल में परियोजना में आगजनी की यह दूसरी घटना है। उन्होंने कहा कि घटना ऐसे समय पर हुई है जब नवरात्र चल रहा है और दुर्गा पूजा व दशहरा नजदीक है । उन्होंने कहा कि यह सब सरकार को फेल व बदनाम करने की साजिश है । धर्मवीर तिवारी ने कहा कि इस घटना की मजिस्ट्रीयल जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके । उन्होंने कहा कि परियोजना में हुए नुकसान ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के फंड से कटौती कर पूरा करना चाहिए । उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरे साल भर परियोजना की यूनिटें अनुरक्षण पर लगी रहती हैं, जहां अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त होते हैं ।
उन्होंने कहा कि इतनी पुरानी व मत्वपूर्ण परियोजना के वावजूद परियोजना के अधिकारी खुद की ऐसी व्यवस्था नहीं कर पाए कि घटना-दुर्घटना के समय उस पर काबू पाया जा सके ।
धर्मवीर तिवारी ने कहा कि जब से सीजीएम आये है भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ा है मजदूरों के हक का शोषण कराकर दुसान कंपनी को खुलेआम फर्जी समान और अवैध बालू गिट्टी परियोजना में लगवाए जा रहे हैं । और तो और जो सामानों की सप्लाई हुई है वह भी कमीशन लेकर डुप्लीकेट सामानों को दिया गया ।
यह बेहद दु:खद है कि ओबरा की खुद की परियोजना अस्पताल भी इस स्तर का नहीं कि किसी बड़े घटना दुर्घटना पर राहत दे सके । अधिकारी इस पर आज तक गम्भीर नहीं हुये और न कोई पहल की गई ।