सोनभद्र(अनुराग पांडेय)घोरावल नगर में बिजली व सड़को का बदहाल स्थिति को लेकर “बिजली,सड़क दुरुस्त करो” के नारों के बीच उपजिलाधिकारी को नगरवासियो ने ज्ञापन सौंपा।और कावड़ यात्रा के प्रारम्भ होने के पहले समस्याओ के समाधान की मांग किया।
बताते चलें कि श्रावण मास में शिवद्वार कांवड़ यात्रा में लाखों कावड़िए जलाभिषेक के लिए सैकड़ो किलोमीटर पैदल यात्रा करके शिवद्वार धाम आते रहते हैं जिसको दृष्टिगत रखते हुए सड़कों की खराब हालत को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व घोरावल उद्योग व्यापार मंडल व नगरवासियों द्वारा घोरावल नगर में जुलूस निकाला गया।नगर भ्रमण करते हुए तहसील मुख्यालय पहुँचकर व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम राजकुमार को सौंपा।व्यापारियों की मांग है कि रात्रिकालीन 10:45 से 12:20 की बिजली कटौती तत्काल बंद की जाए और वर्तमान में चल रही भारी बिजली के कारण कटौती के मद्देनजर बिजली आपूर्ति में सुधार कर शेड्यूल के अनुसार आपूर्ति की जाए।
नगर में 30 लोहे के जर्जर खम्भों को दुरुस्त किया जाए।नगर के चार वार्डों में लगभग 50 परिवारों के घर तक बिजली का पोल नही पहुंच पाया है।वहाँ पोल व बिजली की व्यवस्था की जाए।नगर में देहात फीडर से जुड़े 30 प्रतिशत आबादी को केवली उप केंद्र से जोड़ा जाए।नगर में बिजली के जर्जर तारों की मरम्मत कार्य किया जाए।
इसके अलावा व्यापारियों ने बताया कि श्रावण मास में लाखों कांवड़िए नगर से होकर गुज़रते हैं और बड़ी संख्या में कांवड़िए नगर में रात्रि में प्रवास करते हैं।अतः पूरे श्रावण माह चौबीस घण्टे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।आए दिन तारों व ट्रांसफार्मर के खराब होने के मद्देनजर नगर में सचल ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया जाए।वहीं दूसरी ओर पीडब्ल्यूडी के अधीन राबर्ट्सगंज मार्ग पर नगर पंचायत की सीमा से मेन तिराहे तक, मेन तिराहे से कोहरथा मोड़ तक, दुर्गा मंदिर से जीआईसी मोड़ तक और मुक्खा मोड़ पर सड़कों की हालत काफी जर्जर व खराब है।
जगह जगह बरसात का पानी इकट्ठा हो जाता है।नंगे पांव चलने वाले कांवड़ियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।इन सड़कों को यथाशीघ्र दुरुस्त कराया जाय।इस दौरान जिला पंचायत सदस्य नीरज श्रीवास्तव, दिनेश अग्रहरि,धनन्जय पटेल,घनश्यामदास केडिया, कृष्णकुमार उमर,गणेशप्रसाद उमर,दीपचंद्र अग्रहरि,राजेश गुप्ता,अजय कुमार समेत नगर के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।