*प्रधान ने आनलाइन व्यवस्था को बताया दोषी, प्रमाणित करने से किया इनकार
*मामला बभनी ब्लॉक के ग्राम पंचायत धनखोर का
*पंकज सिंह की विशेष रिपोर्ट sncurjanchal
सत्ता की हनन और दबाव किस कदर गलत काम करा देता है इसकी एक बानगी सात जुलाई को जिले में आयोजित सामूहिक विवाह में देखने को मिला ,जहाँ ब्लॉक अधिकारियों ने निर्धारित कोटा 1001 पूरा करने के लिए बभनी ब्लॉक के ग्राम पंचायत धनखोर निवासी तीन बच्चों के पिता सुनील पुत्र वासुदेव की शादी भी करा दी। जब कि सुनील की शादी म्योरपुर ब्लॉक के नाधिरा ग्राम पंचायत में 2011/12 में विमला देवी के साथ हो चुकी है और उसके तीन बच्चे अन्नू, काजल,और दिव्यांशु है।किराना दुकान चलाने वाले सुनील की सामूहिक विवाह होने की पुष्टि ग्राम प्रधान विदवंती देवी और पति गणेश ने भी सेल फ़ोन किया और बताया किसमे आनलाइन व्यवस्था कर अधिकारियों ने गलत किया।कहा कि मैं गांव की मुखिया हु और मुझसे प्रमाणित नही कराया गया।न ही ब्लॉक के अधिकारियों ने पूछ ताछ किया।कहा कि इस साल भी शादी हुई होती तो कोई बात नही होती लेकिन 7 साल पहले की शादी वाले को बैठना तो खानापूर्ति मात्र है।प्रधान पति ने कहा कि जिले में आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम में भले ही योगी जी आशीर्वाद दिये पर 50 फिसदी शादी तो कोरम पूरा करने के लिए कराया गया है।म्योरपुर ब्लाक के लौबन्ध, पडरी सहित कई गांव में भी यही कहानी दोहराई गयी है।ग्राम प्रधनो कहा कि। हमे ब्लॉक में से जुड़ कर काम करना है इस कारण अपना नाम सार्वजनिक नही करना चाहते। ए डी ओ पंचायत रविदत्त मिश्र का कहना है कि ये जिमेवारी खण्ड विकास अधिकारी को मिली थी।मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नही है।वही बिपछ की नेता पूर्व विधायक रूबी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा किया गया महिलाओ का अपमान हुआ है,सामूहिक विवाह में कथित फर्जीवाड़ा को लेकर कड़ा हमला बोला है और कहा है कि हिन्दू धर्म और महिलाओ का 1001 कन्याओं का विवाह के कार्यकम में अपमान किया गया। बाल बच्चेदार महिलाओ के सिंदूर और चूड़ी उतरवाकर विवाह कार्यक्रम में बैठना क्या अपमान नही है।कहा कि जिले के सत्ता पक्ष के नेताओ और अधिकारियों को इसके लिए महिलाओ से माफी मांगनी चाहिए। कहा कि हिन्दू धर्म की रक्षा की बात करने वाली बीजेपी ने धर्म का भी अपमान करा दिया।