एनसीएल जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य करेगी- सीएमडी

एनसीएल सीएमडी के साथ सिंगरौली पुनर्स्थापना मंच की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न

अनपरा (सोनभद्र)। एनसीएल प्रबंधन एवं सिंगरौली पुनस्र्थापना मंच की बीच हुई बैठक में सकारात्मक सुझाव आये। बैठक में सीएमडी ने कहा कि एनसीएल जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य करेगी। बताते चले कि सिंगरौली पुनस्र्थापना मंच द्वारा एनसीएल प्रबंधन के साथ बैठक में शामिल होने हेतु सिंगरौली वासियों से आह्वाहन किया गया था जिसमे बड़ी संख्या में सिंगरौलीवासी एनसीएल मुख्यालय के पास एकत्रित हुए, किन्तु एनसीएल प्रबंधन के अनुरोध पर सिंगरौली पुनस्र्स्थापन मंच के

पदाधिकारियों वरिष्ठ सदस्यों व सिंगरौली के तकरीबन आधा सैकड़ा लोगों की बैठक एनसीएल सभागार में एन सी एल के और से सीएमडी बी. साईराम, निदेशक कार्मिक मनीष कुमार, महाप्रबंधक सिविल ए.के. सिंह, महाप्रबंधक भूमि एवं राजस्व राकेश कुमार, महाप्रबंधक कार्मिक सफदर खान के साथ संपन्न हुई। जिसमे कुछ दिनों पूर्व एनसीएल प्रबंधन ‌द्वारा दादर, गौदवाली व भलुगद तीन अलग अलग ग्रामीण क्षेत्र को पुनर्स्थापन स्थत निश्चित किये जाने पर मंच के पदाधिकारियों एवं उपस्थित जनमानस दवारा कड़ी आपत्ति व अपना विरोध दर्ज कराया गया।इस महत्वपूर्ण विषय पर सीएमडी ने विस्थापितों के इस दर्द को महसूस करते हुए आश्वस्त किया कि अगले दो से तीन दिनों के अन्दर ही कलेक्टर सिंगरौली से समय लेकर मंच के पदाधिकारियों, एनसीएल प्रबंधन व प्रशासन के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी एवं पुनस्थापन स्थल हेतु नगर निगम क्षेत्र में अथवा नगर निगम के समीपवती क्षेत्र में ही भूमि उपलब्ध कराये जाने हेतु एनसीएल प्रबंधन जिला प्रशासन से अनुशंसा करेगा। मंच के उपाध्यक्ष राजेश सिंह ‌द्वारा यह भी प्रस्ताव रखा गया कि जैसा की पूर्व में भी एनसीएल प्रबंधन से यह निवेदन किया गया था की एनसीएल मुख्यालय के आसपास ही विस्थापन किया जाए अन्यथा की स्थिति में बैठन व सिंगरौलिया एअरपोर्ट के मध्य भी पुनर्स्थापन पर विचार किया जा सकता है।जिसपर सिंगरौली की जनता एकमत रहेगी, नगर निगम क्षेत्र से विस्थापित होकर किसी भी कीमत पर भालुगढ़ जैसे अत्यंत प्रदूषित व निर्जन ग्रामीण क्षेत्र में पुनस्थापन पर सिंगरौली की जनता मानशिक रूप तैयार नहीं है।मंच द्वारा पूर्व प्रेषित 24 सूत्रीय मांगों पर भी एनसीएल का ध्यानाकर्षण कराया गया एवं लिखित जवाब माँगा गया जिसके लिए प्रबंधन द्वारा आश्वस्त किया गया की शीघ्र ही मंच के साथ बिन्दुवार चचर्चा कर लिखित जवाब प्रदान किया जायेगा। मंच के पदाधिकारियों ने नगरनिगम क्षेत्र के प्लाट के मूल्यांकन के दर से ही प्लाट के बद‌ले उचित देय राशि निश्चित किये जाने की मांग रखी जिस पर सीएमडी ने आश्वस्त किया कि एन सी एल जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कोल् इण्डिया लिमिटेड की सभी अनुषंगी इकाइयों में दिए जाने वाले लाभों का अवलोकन करने के पश्चात् अधिक से अधिक लाभ दिया जायेगा।मंच के वरिष्ठ सदस्य संजय प्रताप सिंह ने इतने बड़े विस्थापन पर सिंगरौली के जनमानस की राय हेतु एक तटस्थ सर्वे कार्य किये जाने की बात रखी व मुआवजा लय किये जाने हेतु खुले मंच पर गणना पत्रक की विवेशना किये आने की मांग रखी व गणना पत्रक में एनसीएल द‌द्वारा की जा रही विसंगतियों पर ध्यान आकृष्ट कराया, साथ ही लार एक्ट के अंतर्गत ही भूमि एवं अवन दोनों के कुल मूल्यांकन पर 12% प्रतिवर्ष की राशि संगणित किये आने की बात कही गयी, जिस पर एनसीएल प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि गणना पत्रक का प्रारूप तैयार करने उपरांत मंच से विस्तृत चर्चा करके ही गणना पत्रक को अंतिम रूप दिया जायेगा। मंच ने इस बिंदु के समाधान के पश्चात ही नापी कार्य प्रारंभ किये जाने का निवेदन किया। मंच द्वारा अखबार के माध्यम से छपी खबर जिसमे उल्लेख था कि एन सी एल प्रबंधन दद्वारा प्रभावित परिवारों का सर्वे करा लिया गया है, इस पर सीएमडी ‌द्वारा इस खबर का खंडन करते हुए बताया कि सर्वे अभी नहीं किया गया है।उक्त बैठक में सिंगरौली पुनस्र्स्थापना मंच के अध्यक्ष सतीश उप्पल, अभ्युदय सिंह, विनोद सिंह, भूपेंद्र गर्ग, अजीत कुमार झा, अमित अग्रवाल, अजय जैसवाल, गोपाल श्रीवास्तव, पृथ्वीराज गर्ग, निखिल सिन्हा, सुरेश गिरी, मुन्ना अग्रहरी, मनीष अग्रवाल, कुंदन सिंह, सौरभ पाण्डेय, जी.एल. प्रसाद, शिवेंद्र चन्द्र वर्मा, सुमंत सिंह, मार्कडेय राय, विनय राय, शिवशंकर शर्मा, सोमनाथ नागेन्द्र सिंह, राजू सिंह, संजीव कुमार सिंह, नारायण दास साहू, आशीष टंडन, अनिल केशरी, रमेश सिंह, दिनेश श्रीवास्तव, अश्विनी कुमार सिंह, मो. जावेद, संदीप बंसल ओमप्रकाश सिंह, खगेन्द्र सिंह, नवल सिंह, के साथ साथ विभिन्न वार्डी, वर्गों व समूह के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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