जिला कारागार गुरमा मिशन वात्सल्य में पहली बनी सोनभद्र जेल।
मोहन गुप्ता
गुरमा (सोनभद्र)। जिला कारागार गुरमा में विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा मार्ग दर्शन में गुरुवार को महिला सशक्तिकरण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसी क्रम में वात्सल्य मिशन के तहत 6 बच्चों को लाभान्वित किया गया।
उक्त सम्बंध में जिला कारागार अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस गोष्ठी का उद्देश्य
महिलाओं को उनके अधिकार सरकार के द्वारा दी जा रही सुविधाओं एवं योजनाओं स्त्री रोग, मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना था साथ में कारागार बंदियों के पुनर्वास एवं सुधार की दिशा में एक नई उपलब्धि भी हासिल किया गया है। इसी क्रम में महामहिम राज्यपाल द्वारा अन्य जेलों पर मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत बंदियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए थे। इसी अनुक्रम में सोनभद्र ऐसी पहली जेल बनी जहां वर्तमान में निरुद्ध बंदियों के 6 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है। मिशन वात्सल्य
के अन्तर्गत आने वाले बाल सेवा योजना में अगर किसी बच्चे के माता या पिता फिर दोनों जेल में निरुद्ध है और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है तो ऐसे बच्चे इस योजना के अन्तर्गत 4000=00 रु प्रति माह के लिए पात्र होंगे। जो जिला कारागार में इस योजना से 6 बच्चे लाभान्वित हुए हैं।
जिसकी सभी मुख्य अतिथियों ने इस पुनीत कार्य की प्रशंसा किया गया। उक्त अवसर पर मुख्य रूप से प्रभारी जनपद न्यायाधीश अमीतवीर सिंह, प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण परितोष, श्रेष्ठ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंचल प्रताप सिंह, अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीता सिंह, सिविल जज जूनियर डिवीजन दीक्षी चौधरी के साथ जिला कारागार के समस्त पदाधिकारी उपस्थित थे।