वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी कि रिपोर्ट
बनारस में बनेगा देश का पहला रोप-वे,प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास
वाराणसी होगा देश का पहला शहर जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे होगा
ट्राली पर देखने को मिलेगी संस्कृति की झलक वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 644.49 करोड़ की लागत से बनने वाले देश के पहले रोप-वे का काशीवासियों को सौगात दिया। शुक्रवार को अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विधिवत शिलान्यास किया। इस रोप-वे के बनने से श्रद्धालुओं, पर्यटको के साथ-साथ स्थानीय जनमानस को भी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं दशाश्वमेध घाट आना-जाना आसान हो जाएगा। यह रोप-वे 2 साल के अन्दर बनकर तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने डॉ संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान पर आयोजित जनसभा से पहले महत्वाकांक्षी परियोजना रोप-वे के माडल को देखा।
गौरतलब हैं कि नेशनल हाई वे, रिंग रोड, फ्लाईओवर, आरओबी, के बाद अब भीड़-भाड़ वाले इलाके में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे चलने से वाराणसी में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी काफी राहत मिलेगी। रोप-वे के लिए बनने वाले सभी स्टेशन और ट्राली पर काशी की कला, धर्म और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
वाराणसी देश का पहला शहर होगा। जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे होगा। बोलीविया और मेक्सिको के बाद विश्व में भारत तीसरा देश होगा जहां यह सुविधा मिलेगी। कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक चलेगा रोप-वे, पहुंचने में 16 मिनट लगेंगे। रोप-वे की कुल दूरी 3.8 किलोमीटर, 50 मीटर ऊंचाई पर चलेंगी 150 ट्राली कार। एक ट्राली में अधिकतम 10 पैसेंजर सवार हो सकेंगे, एक घंटे में दोनों छोर से 6000 यात्री यात्रा कर सकेंगे। हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल पर यात्रियों के लिए ट्राली उपलब्ध रहेगी।
भारत विश्व में तीसरा देश और वाराणसी पहला शहर होगा जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे का इस्तेमाल होगा। इसे स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट व नेशनल हाईवे लाजिस्टिक प्रा.लि. मिलकर बनाएगी।