बजट होने के बावजूद कार्य मे साथिलता बरतने वाले नोडल अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्यकाई

सोनभद्र। जन स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति लापरवाही बरतने वाले नोडल अधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए बैठक के पहले मुख्य चिकित्साधिकारी बैठक करके सभी की जिम्मेदारी तय करें। गैर जिम्मेदार नोडल अधिकारियों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करने से मुख्य चिकित्साधिकारी न हिचकें। स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह इंजीनियर, प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, अन्धता निवारण के नोडल अधिकारी सहित अन्य अधिकारी जो बजट प्राप्त होने के बावजूद अपने दायित्वों को निभाने में सुस्ती बरते हैं, उनकी सुस्ती तोड़ने के लिए सभी से जवाब तलब किया जाय और जरूरत के मुताबिक चेतावनी जारी की जाय और उच्चाधिकारियों को भी उनके खिलाफ कार्यवाही किये जाने की जानकारी दी जाय। उक्त निर्देश जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में लक्षित योजनाओं को पूरा न करने वाले यानी बजट होने के बावजूद कार्य में ढीलापन रखने वाले नोडल अधिकारियों की नकेल कसते हुए कहीं।

जिलाधिकारी ने कहा कि जन स्वास्थ्य सेवाएं काफी बेहतर और परोपकारी कार्य है। स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभ पहुंचाना आत्म सुख का एहसास कराता है, लिहाजा जिले स्तर से लेकर गांव/मजरे स्तर तक स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर तरीके से पहुंचायी जाय। उन्होंने कहाकि नीति आयोग के पैरामीटरों को ध्यान में रखकर बेहतर जन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जाय।

उन्होंने कहा कि दवाओं पर्याप्त भण्डार रखने के साथ ही अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं मानक के अनुरूप पात्रों तक पहुंचायी जाय। बजट प्राप्त होने के बावजूद अन्धता निवारण प्रषिक्षण कार्यक्रम, अन्य कार्यों में ढीलापन काहिली का सबूत है। मुख्य चिकित्साधिकारी नोडल अधिकारियों पर कड़ी निगाह रखें और जरूरत के मुताबिक लापरवाह नोडल अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही भी करें और जरूरत पड़ने पर जिलाधिकारी स्तर से उच्चाधिकारियों को भी लापरवाह नोडल अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु समय से पत्रावली प्रस्तुत करें। स्वास्थ्य विभाग की बिन्दुवार योजनाओं के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी सम्बन्धित उप मुख्य चिकित्साधिकारियों, प्रभारी चिकित्साधिकारियों के दायित्वों को तय करते हुए बेहतर कार्य करने वाले अफसरों को प्रोत्साहित किया जाय और खराब काम करने वाले के खिलाफ कार्यवाही किया जाय। बैठक में प्रधान मंत्री मातृत्व वन्दना योजना, आयुष्मान भारत मिशन, जननी सुरक्षा योजना, जेएसएसके योजना, पीसीपीएनडीटी, परियोजना नियोजन, नियमित टीटकाकरण, एचएमआईएस, एमसीटीएस, सपोर्टिंग सुपर विजन, आरबीएसके एवं आरकेएसके, 102 व 108 अम्बुलेंस सेवा, राष्ट्रीय कार्यक्रम, कम्यूनिटी प्रोसेस आदि कार्यक्रम की समीक्षा की। जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0के0 उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 पी0बी0 गौतम, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारीगण सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।

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