एनटीपीसी द्वारा स्वरचित काव्य-पाठ एवं भाषण प्रतियोगिता आर्य महिला पी जी कालेज में संपन्न।

(रामजियावन गुप्ता)

—-हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एनटीपीसी वाराणसी एवं आर्य महिला पी जी कालेज के संयुक्त तत्वावधान में बालिकाओं हेतु कार्यक्रम

वाराणसी (सोनभद्र) एनटीपीसी वाराणसी द्वारा वाराणसी शहर में प्रथम बार हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत आर्य महिला पी जी कालेज वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में काव्य-पाठ, स्वरचित काव्य-पाठ तथा “हिन्दी भाषा के विकास में महात्मा गांधी का योगदान” विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा के कुलपति प्रो. राम मोहन पाठक ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि हिन्दी देश की संपर्क भाषा है तथा इसने हमेशा से देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। उन्होने यह भी बताया कि हिन्दी केवल भारत ही नहीं अपितु विदेशों में भी तेजी से बढ़ रही है। दक्षिण भारत में भी हिन्दी परीक्षार्थियों की संख्या में भी प्रति वर्ष वृद्धि हो रही है। बतौर विशिष्ट वक्ता एनटीपीसी ट्रांज़िट कैंप के सहायक प्रबन्धक(मानव संसाधन) मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ने एनटीपीसी की स्थापना से लेकर अब तक की प्रगति यात्रा के साथ-साथ राजभाषा के जागरूकता पर चर्चा की। कार्यक्रम कि अध्यक्षता कालेज के प्रबन्धक डॉ शशि कान्त दीक्षित ने की तथा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होने उम्मीद जताई कि अगले वर्ष के हिन्दी दिवस पर हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा बन जाए। अतिथियों का स्वागत कालेज की प्राचार्या प्रो. रचना दूबे ने किया। स्नातक, स्नातकोत्तर तथा

शोध की छात्राओं ने उक्त प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर राजभाषा हिन्दी के सम्मान में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। उक्त अवसर पर 22 विजेता बालिकाओं को अतिथिगन द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की विजेता छात्राओं रेणु चौरसिया, मनीषा पटेल, कल्पना सिंह, गिन्नी कुमारी, नीता कुमारी, चंचला सिंह, सृष्टि तिवारी, दर्शन दूबे, विदिशा चित्रवंश, सृष्टि, प्रिया रॉय, बरखा कुमारी, प्रतिष्ठा मिश्रा, अंजलि रॉय एवं मोहिनी के प्रस्तुतियों की जमकर सराहना हुई।
कार्यक्रम का संयोजन हिन्दी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बृजबाला सिंह ने, संचालन डॉ सुचिता त्रिपाठी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनुपमा गुप्ता ने किया।

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