लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि धरा पर सत्य और न्याय की स्थापना के लिये भगवान श्रीकृष्ण आज से पांच हजार वर्ष पूर्व अवतार लिया था।
रिजर्व पुलिस लाइन्स में आयोजित ‘श्रीकृष्ण जन्मोत्सव’ के अवसर पर योगी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का धरा पर अवतरण सत्य और न्याय स्थापना के लिए हुआ था। न्याय वही है, जिसमें पीडि़त को संतोष मिले। जब भी पृथ्वी पर आवश्यकता होगी तो भगवान श्रीकृष्ण फिर अवतरित होंगे। भगवान श्रीकृष्ण ने मथुरा में अपने राजपाट को छोडक़र गुजरात के द्वारिका को धर्म की स्थापना के लिए चुना।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में उन्होने कहा कि सरकार अयोध्या में दीपोत्सव, मथुरा में रंगोत्सव जैसे कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित कर चुकी है। इस वर्ष प्रयागराज कुम्भ-2019 का भी सफल आयोजन किया जा चुका है, जिससे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कुम्भ की ब्रांडिंग हुई और भारत की साख बढ़ी जबकि जनवरी माह में वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस का भी सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। राज्य सरकार के अथक प्रयासों से और सभी के सहयोग से यह आयोजन सुरक्षित वातावरण में सफलतापूर्वक सम्भव हुए हैं।
योगी ने कहा कि भारत में पर्वाें और त्योहारों की समृद्ध परम्परा है। आज से 5000 वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण अवतरित हुए थे। श्रीकृष्ण के अवतारों की उच्च परम्परा है। उनका अवतार पूर्ण अवतार माना जाता है। पर्व एवं त्योहार, हर्षाेल्लास, उमंग, एकता और समरसता के प्रतीक हैं। इन्हें मनाने में जाति, मत, मजहब का कोई बंधन नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में पुलिस लाइन तथा प्रदेश के थानों इत्यादि में होने वाले इन आयोजनों को बन्द कर दिया गया था, लेकिन वर्ष 2017 में वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से इन आयोजनों को पुन: चालू किया गया। जिस आयोजन को श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, वहां पर अराजकता का कोई स्थान नहीं होता है। आज के इस आयोजन से यह बात सिद्ध होती है।
उन्होने पुलिस मॉडर्न स्कूल द्वारा दी गयी प्रस्तुति की सराहना करते हुए उनके लिए 51,000 रुपये के पुरस्कार की घोषणा की।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, अन्य मंत्रिगण, न्यायमूर्ति राजेन्द्र कुमार, मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -(एजेंसी)