पर्यावरण प्रेमियों ने लिया जल ,जंगल ,जमीन बचाने का संकल्प।

पर्यावरण बचाओ संघर्ष समिति दुद्धी के तत्वाधान में दुद्धी डाक बंगले में हुई गोष्ठी का आयोजन#दुद्धी ।आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दुद्धी डाक बंगला परिसर में ‘पर्यावरण बचाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान’ में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें पर्यावरण प्रेमियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।समिति के अध्यक्ष अवधनारायण यादव ने कहा कि वृक्षों के बगैर मानव जीवन की कल्पना कोरी कल्पना है क्योंकि जब तक हमारे बीच हमारे बीच नही होंगे जीवित नही रहेंगे।वृक्ष मनुष्य को प्राण वायु ऑक्सीजन प्रदान करता है और ऑक्सीजन लेकर ही हम जीवित रहते है।लेकिन दुर्भाग्य है कि सोंनभद्र की धरा से जंगल उजड़ते जा रहे है इसे बचाने को लेकर विभाग कोई सार्थक प्रयास नही कर रहा है अब हम सब को वृक्षों के कटान को रोकने के लिए आंदोलन करना होगा साथ ही वृक्ष लगाने हेतु लोगों में जनजागरूकता फैलाना होगा।समिति के प्रवक्ता प्रभु सिंह ने कहा कि हमारा सोंनभद्र आज विश्व के सातवें सबसे प्रदूषित जगहों में से एक है जो अत्यंत चिंतनीय है ,यहां कल करखानों के चिमनियों से आर्सेनिक ,पारा ,फ्लोराइड सहित अन्य रसायन प्रतिदिन छोड़े जा रहे है जिससे परियोजना क्षेत्र के आस पास के गांवों में जनता युवावस्था में ही बूढ़े हो जा रहे है बच्चे गर्भ से ही अपंग पैदा हो रहे है।बुजुर्गों के हाथ पैर टेढ़े हो जा रहे है।वायु प्रदूषण से बचाने के लिए पेड़ छतरी का कार्य करते है लेकिन पेड़ो के निरंतर दोहन से उनकी संख्या में लगातार कमी के कारण रसायन सीधा हमारे ऊपर प्रभाव डाल रहे है।प्रतिदिन आदिवासी महिलाये क़स्बे में सैकड़ो लकड़ी के गठ्ठर लेकर बाजार में बेचने आते है हमें उनसे ज्यादा दोषी तो यहां के होटल संचालक लगते है जो उन लकड़ियों को खरीदकर प्रतिदिन जलाते है।इस मामले प्रशासन को कार्रवाई करने की आवश्यकता है जिससे अनावश्यक रूप से वृक्षों की कटान पर अंकुश लग सके।डॉ राजकुमार राजावत ने कहा कि आज जो पर्यावरण की समस्या है व विश्व की सबसे प्रमुख समस्या है। पर्यावरण प्रदूषण हमारी अगली पीढ़ी पंगु हो रही है।प्रतिदिन जलश्रोतों के पानी लेबल का गिरता स्तर भी अवैध खनन और वृक्षो की कटान की देन है।उदयलाल मौर्य ने कहा कि केवल वन विभाग वन भूमि पर कब्जा किसी शर्त पर ना होने दे और हम सब जंगलो से वृक्षों की कटान किसी परिस्थिति में न होने दे।देखते ही देखते 5 से 10 वर्ष में घना जंगल तैयार हो जाएगा।इसी प्रकार से रामनारायण गोड़ , राजेन्द्र प्रसाद ,गया प्रसाद ,रामदास मौर्य ने भी अपने विचार रखे।और सभी ने संयुक्त रूप से पर्यावरण संरक्षित करने के लिए जल जंगल जमीन बचाने का संकल्प लिया।संचालन सचिव जितेंद्र चंद्रवंशी ने किया।इस मौके पर समिति के मीडिया प्रभारी दीपक जायसवाल शकुन्तला देवी, आशारावत ,विजयधारी ,मोतीलाल ,रामजनम ,तपेश्वर ,संतोष आदि पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहे।

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