शाहगंज/सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)सबस्टेशन शाहगंज के पाँच फिडरो से सैकड़ों गांवों में बिजली व्यवस्था संचालित होती हैं और ग्रामीण अंचल होने के कारण खेती किसानी के साथ-साथ छोटे व्यापार भी बिजली रहने पर निर्भर है।
ऐसी स्थिति में विद्युत व्यवस्था भगवान भरोसे ही वैज्ञानिक युग में आज भी देखने को मिल रही है जहाँ हल्की-सी हवा,बारिश और ओस की बूंदों से लाईट में फाल्ट आ जाना आम बात है। जबकि हर सरकार के मुख्य योजनाओं में नित नए विद्युत विभाग को सरकार की तरफ से मुकम्मल व्यवस्था की जाती हैं इसके बावजूद शाहगंज सबस्टेशन के अंतर्गत पाँचो फिडरो में वही वर्षों पुराने जर्जर तारों से आपूर्ति किया जा रहा है जिसकी वजह से आऐ दिन अपने से तार टूटकर गिर जाने से अगलगी की घटनाएं भी आम जनमानस को काफी क्षति पहुंचाती हैं और रहा सहा कसर सबस्टेशन पर ऑपरेटर पद पर तैनात कर्मचारीयो के बजह से रात्रि में खजूरी और गौरीशंकर फिडरो को बंद रखा जाता है और सेलफोन पर संपर्क करने पर झुंझलाकर बिजली फाल्ट बताकर सुबह तक ठीक होने की बात कहकर फोन रख दिया जाता है बेचैन कर देने वाले भीषण गर्मी में आधी रात के बाद उपभोक्ता बिजली आने की आस में सुबह तक इंतजार करते रहते है और मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं इस बिजली की दुर्व्यवस्था से उपभोक्ताओं में रोष व्याप्त है।