अवैध तरीके से मछली पकड़ने वालों के विरूद्ध की जाये कार्यवाही: कैबिनेट मंत्री
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डाॅ संजय कुमार निषाद धंधरौल बाॅध में किये जाने वाले मत्स्य पालन व्यवस्था का शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने धंधरौल बाॅध में किये जाने वाले मत्स्य पालन के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली तो पता चला कि धंधरौल बाॅध के पट्टे से सम्बन्धित मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। मत्स्य विभाग द्वारा ही धंधरौल बाॅध की देख-रेख की जिम्मेदारी दी गयी है, जिसका
समय-समय पर जायजा भी लिया जाता है। देख-रेख हेतु दो फिशरमैन की तैनाती भी की गयी है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि धंधरौल बाॅध में यदि किसी व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से मछली पकड़ने का कार्य किया जाता है, तो उसके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की कार्यवाही विभागीय अधिकारी सुनिश्चित कराएं इसमें किसी स्तर पर शिथिलता न बरती जाये। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने परम्परागत जातियों के अलावा अन्य वर्ग के जातियों के लोगों को प्रशिक्षण प्राप्त कराने और उन्हें मछली पालन का कार्य करने की योजना बनाई है उन्होंने बताया कि
एनआरएलएम विभाग से जुड़े महिला समूहों को मछली पालन कार्य से जोड़ा जा सकता है। मछली पालन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सब्सिडी भी देने का प्राविधान है, जिससे वे अधिक आमदनी का लाभ उठाते हुए स्वयं आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन करने वाले लोगों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। जनपद सोनभद्र में अब तक 215 लोगों को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए बैंकों को फार्म प्रेषित किये गये हैं। कहा कि मछुआ दुर्घटना मत्स्य गतिविधियों से जुड़े लोगों को निःशुल्क दुर्घटना बीमा योजनान्तर्गत 5 लाख तक उपलब्ध कराये जाने का प्राविधान है। आंशिक अपंगता पर 2 लाख 50 हजार दिये जाने और उनके घायल होने पर ईलाज के दौरान 25 हजार देने का प्राविधान है। अब तक जनपद में 2023 मत्स्य पालक/मत्स्य बिक्रेताओं को इस योजना के अन्तर्गत आच्छादित किया गया है। जनपद में अब तक 275 व्यक्तियों को मत्स्य पालन हेतु पट्टे का आवंटन भी किया जा चुका है। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सदर रमेश कुमार, सीओ सीटी राहुल पाण्डेय, मत्स्य अधिकारी पारस सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।