ओमप्रकाश रावत
विंढमगंज (सोनभद्र)। प्रत्येक रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर ‘मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला’ आयोजन होता है मेले में आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड, गर्भावस्था एवं प्रसव कालीन परामर्श, संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम, बचाव एवं उपचार की जानकारी, बच्चों का नियमित टीकाकरण, परामर्श एवं सेवाएं,
परिवार नियोजन संबंधी परामर्श एवं सुविधाएं विशेषकर अंतरा-छाया आदि, टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ रोग से संबन्धित जानकारी, आवश्यक जांच एवं उपचार की निःशुल्क सेवाएं दी जाती है। कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाता। जिन जांचों को पीएचसी स्तर पर करना संभव नही है, उन्हें उच्चस्तरीय सरकारी चिकित्सा इकाइयों में किया जाता है आंगनवाड़ी एक भी उपस्थित नहीं थी पिछली रविवार को भी नहीं थी वही डॉक्टर सत्येंद्र प्रसाद ने बताया कि बडी संख्या में लोग पहुचे आज लगभग 80 लोगो का चेकअप हुआ है वही आंगनबाड़ी सक्रिय नहीं रहती हैं उन्हें हर सप्ताह
रविवार को मेले में उपस्थित रहना है। लेकिन वे उपस्थित नहीं रहते हैं उन लोगों द्वारा लगाए गये पोषण स्टॉल के बारे में विधिवत जानकारी दी जाती है तथा किस हरी सब्जी मे कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं। गर्भवती महिलाएं कुपोषित बच्चे आदि को कैसे देख-रेख करना है। सभी जानकारी वे लोग देती है लेकिन अपनी जिम्मेदारी नहीं समझती आंगनबाड़ी की लापरवाही से स्वास्थ्य मेला में गर्भवती महिलाओं को लाभ नहीं मिल रहा। इस अवसर पर डा० सत्येन्द्र प्रसाद, फार्मेसिट रंजीत सिंह, लैब टेक्नीशियन फौजदार एनम कुंती देवी, अंजली, आशा , पुरुषोत्तम आदि मौजूद रहीं।