एक करोड़ रु. के इनामी नक्सली सुधाकरण का सरेंडर, अरविंदजी के बाद था नक्सलियों की ताकत

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हैदराबाद.झारखंड केबूढ़ा पहाड़ में सक्रिय 1 करोड़ के इनामी नक्सली सुधाकरण ने पत्नी नीलिमा के साथ दो दिन पहले तेलंगाना में सरेंडर किया है। उसकी पत्नी पर भी 25 लाख का इनाम घोषित है। हालांकि, इस संबंध में तेलंगाना और झारखंड पुलिस की तरफ से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

तेलंगाना में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को जेल भेजने का प्रावधान नहीं है, बल्कि उन पर लगे सभी आरोप वापस कर दिए जाते हैं। नक्सली सुधाकरण नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सदस्य है। सुधाकरण के सरेंडर की खबर से पुलिस विभाग में राहत की सांस ली जा रही है। सूत्रों की मानें तो झारखंड पुलिस की एक टीम उससे पूछताछ करने तेलंगाना भी गई हुई है। अरविंदजी के बाद सुधाकरण ही नक्‍सलियों की ताकत था। इसके सरेंडर से झारखंड सहित कई नक्सली राज्यों में नक्सलियों की ताकत कम होगी।

छत्तीसगढ़ से झारखंड आया था सुधाकरण

  • वर्ष 2004 में सुधाकरण को छत्तीसगढ़ से झारखंड भेजा गया था। वह बूढ़ा पहाड़ इलाके में रहता था। पत्नी नीलिमा भी साथ ही रहती थी। सुधाकरण तेलंगाना के आदिलाबाद निर्मल का रहने वाला है। पत्नी वरांगल की है।
  • रांची पुलिस ने 30 अगस्त 2017 को रेलवे स्टेशन के पास सुधाकरण के भाई बी. नारायण और बिजनेस पार्टनर सत्यनारायण रेड्डी को गिरफ्तार किया था। उनसे 25 लाख रु. नकद व आधा किलो सोना बरामद किया था।
  • सेंट्रल कमेटी के सदस्य सुधाकरण ने बतौर लेवी झारखंड से करोड़ों रुपए वसूल तेलंगाना में कई बिजनेस में लगा रखा है। बिजनेस उसकी पत्नी नीलिमा संभालती थी।
  • माओवादी अरविंदजी की मौत के बाद झारखंड की कमान सुधाकरण ने संभाल रखी थी। झारखंड पुलिस ने कई बार उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही।

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सुधाकरण और उसकी पत्नी नीलिमा।

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