विराट ने कहा था- वर्ल्ड कप के लिए प्लेइंग-11 लगभग तय, लेकिन 5 खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म

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खेल डेस्क. टीम इंडिया घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया से वनडे सीरीज हार गई। 30 मई से इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप से पहले टीम की यह आखिरी सीरीज थी। ऐसे में सीरीज हार से वर्ल्ड कप की तैयारियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, भारतीय कप्तान विराट कोहली इससे इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि वर्ल्ड कप की टीम इंडिया के 10 खिलाड़ी तय हैं, सिर्फ एक को लेकर दुविधा है। उन्होंने हार्दिक पंड्या के भी वर्ल्ड कप में खेलने की पुष्टि की है।

विराट और बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ के बयानों और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में खेल चुके खिलाड़ियों के आधार पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वर्ल्ड कप के लिए चुनी जाने वाली प्लेइंग-11 में विराट कोहली के अलावा रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायडू, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पंड्या, केदार जाधव, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की जगह पक्की है।हालांकि, इनमें रोहित, शिखर, अंबाती, हार्दिक और केदार का पिछले 10 वनडे मेंप्रदर्शन निराशाजनक ही रहाहै।

संभावित प्लेइंग इलेवन

क्रम खिलाड़ी भूमिका
1 रोहित शर्मा ओपनर
2 शिखर धवन ओपनर
3 विराट कोहली वन डाउन बैट्समैन
4 अंबाती रायडू मिडिल ऑर्डर बैट्समैन
5 महेंद्र सिंह धोनी मिडिल ऑर्डर बैट्समैन
6 हार्दिक पंड्या ऑलराउंडर
7 केदार जाधव ऑलराउंडर
8 भुवनेश्वर कुमार फास्ट बॉलर
9 कुलदीप यादव स्पिनर
10 मोहम्मद शमी फास्ट बॉलर
11 जसप्रीत बुमराह फास्ट बॉलर

वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीयटीम चुनी जाती है। उसमें विकेटकीपिंग विकल्प के तौर पर दिनेश कार्तिक या ऋषभ पंत में से किसी एक को मौका मिल सकता है।दूसरे स्पिनर के विकल्प के तौर पर युजवेंद्र चहल की जगह भी अंतिम-15 में पक्की है।एक और ऑलराउंडर के लिए टीम प्रबंधन विजय शंकर और रविंद्र जडेजा के नाम पर विचार कर सकता है। विजय शंकर की प्लेइंंग इलेवन में जगह पक्की इसलिए नहीं मानी जा रही, क्योंकि पिछले दिनों बैटिंग कोच संजय बांगड़ ने साफ किया था कि 40 से 50 वनडे खेलने वाला खिलाड़ी ही वर्ल्ड कप के मैचों में खेलेगा। ओपनिंग के विकल्प के तौर पर लोकेश राहुल को जगह मिल सकती है।

पिछले 10 वनडे के आधार पर टीम इंडिया के संभावितों के प्रदर्शन पर एक नजर

रोहित : पिछली 10 पारियों में 37.1 की औसत से 371 रन बनाए। इनमें तीन पारियों में 5 से भी कम रन बनाए।

  • ताकत : हिटमैन। मैदान में चारों ओर शॉट्स लगाने में सक्षम। 22 शतक लगा चुके हैं।
  • कमजोरी : निरंतरता की कमी। पिछले 12 वनडे से एक भी शतक नहीं लगाया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 5 वनडे में 202 रन बनाए, लेकिन इसमें दो बार ही 40 से ज्यादा रन बना पाए। इंग्लैंड, जहां वर्ल्ड कप होना है, वहां पिछली सीरीज में 6 वनडे खेले, लेकिन 3 बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए।

शिखर : पिछली 10 पारियों में 40.55 की औसत से 365 रन बनाए। लेकिन 5 पारियों में 20 से कम का स्कोर किया।

  • ताकत : इंग्लैंड के मैदानों पर 17 वनडे खेले। 65.06 की औसत से रन बनाए। सिर्फ दो बार 20 से कम रन पर आउट हुए।
  • कमजोरी : फुटवर्क की कमी। लंबे शॉट्स को बाउंड्री के पार पहुंचाने में दिक्कत। 128 वनडे में 83 बार कैच आउट हुए।

विराट : पिछली 10 पारियों में 60.8 की औसत से 608 रन बनाए। पिछली 10 पारियों में सिर्फ दो में 40 से कम रन बनाए।

  • ताकत : सुनील गावस्कर कहते हैं कि विराट किसी भी परिस्थिति में खेलने में सक्षम हैं। उन्होंने वनडे में 59.57 की औसत से रन बनाए हैं।
  • कमजोरी : ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर डीन जोंस का कहना है कि उनके अंदर कमी ढूंढना मोनालिसा की पेंटिंग में चूक ढूंढने जैसा है।

अंबाती रायडू : पिछली 10 पारियों में 30.88 की औसत से 247 रन बनाए। इनमें से 5 पारियों में 20 से भी कम रन बनाए।

  • ताकत : तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 68.70 की औसत से रन बनाए। इंग्लैंड में 3 वनडे खेले। 2 में बल्लेबाजी की, 117 की औसत से रन बनाए।
  • कमजोरी : मिडिल ऑर्डर पर बल्लेबाजी करते हुए 38.00 की औसत से ही रन बना पाए। पिछले 5 साल में इंग्लैंड में एक भी मैच नहीं खेला।

महेंद्र सिंह धोनी : पिछली 10 पारियों में 65.4 की औसत से 327 रन बनाए। इनमें 4 बार 50 से ज्यादा का स्कोर किया। चार बार नाबाद पवेलियन लौटे।

  • ताकत : 341 वनडे खेलने का अनुभव। सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने ही उनसे ज्यादा वनडे खेले। विकेट के पीछे सबसे ज्यादा 434 खिलाड़ियों का शिकार करने वाले भारतीय। मैच फिनिशर।
  • कमजोरी : गिरता स्ट्राइक रेट। वनडे करियर में 87.55 के स्ट्राइक रेट से 10500 रन बनाए। हालांकि, पिछले एक साल में वे 74.23 के स्ट्राइक रेट से 23 वनडे में 533 रन बना पाए।

हार्दिक पंड्या : पिछली 10 पारियों में 18.67 की औसत से 112 रन बनाए। नौ खिलाड़ियों को आउट किया।

  • ताकत : वनडे में 29.24 की औसत से रन बनाए, 39.72 की औसत से 44 विकेट लिए। 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 33.91 और 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 30 की औसत से रन बनाए।
  • कमजोरी : फिटनेस। इस कारण पिछले एक साल में सिर्फ 7 वनडे खेल पाए।

केदार जाधव : पिछली 10 पारियों में 29.83 की औसत से 179 रन बनाए। दो बार बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। दो बार नाबाद पवेलियन लौटे। तीन वनडे में 20 से कम रन बनाए। पांच विकेट भी लिए।

  • ताकत : 59 वनडे खेलने का अनुभव। मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए 43.48 का औसत। दो शतक। पार्ट टाइम गेंदबाज। 27 विकेट भी ले चुके हैं। कम गेंदबाजी करते हैं इसलिए विपक्षी टीमें अभी उनको पढ़ नहीं पाईं।
  • कमजोरी : फिटनेस की भी समस्या रहती है। इस कारण कई बार पारी अधूरी छोड़कर पवेलियन लौटे हैं। इंग्लैंड में 5 वनडे खेलने का अनुभव। इसमें सिर्फ 2 में बल्लेबाजी करने को मिली। गेंदबाजी करने को नहीं मिली।

जसप्रीत बुमराह : पिछली 10 पारियों में 23.93 की औसत से 16 विकेट लिए। पांच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। तीन बार नाबाद पवेलियन लौटे।

  • ताकत : 22.15 की औसत से विकेट लिए। उनके नाम 49 वनडे में 85 विकेट। महज 28 वनडे में 50 विकेट पूरे किए।
  • कमजोरी : पिछले एक साल के दौरान 12 वनडे में रन तो कम दिए, लेकिन विकेट 21 ही ले पाए। बल्लेबाजी में उनका हाइएस्ट 10 रन है।

भुवनेश्वर कुमार : पिछली 10 पारियों में 19 विकेट लिए। 20.74 की औसत से 83 रन बनाए।

  • ताकत : 100 से ज्यादा वनडे का अनुभव। कई बार अपनी बल्लेबाजी से टीम को हार से बचाया। हाइएस्ट 53* रन। मैच में 3 बार 4-4 और एक बार 5 विकेट ले चुके हैं। डेथ ओवर्स में कम रन देते हैं।
  • कमजोरी : यूरोप के मैदानों पर 15 वनडे खेले, लेकिन 28.72 की औसत से 18 विकेट ही ले पाए।

मोहम्मद शमी : पिछली 10 पारियों में 19 विकेट लिए और 14 रन बनाए।

  • ताकत : डेथ ओवर्स में भुवनेश्वर और बुमराह का बेहतर विकल्प। 63 वनडे खेल चुके हैं। इनमें 26.11 की औसत से 113 विकेट चटकाए। मैच में 6 बार 4-4 विकेट लिए।
  • कमजोरी : पिछले साल आईपीएल से पहले पत्नी से विवाद। इस साल आईपीएल से पहले पुलिस ने उनके खिलाफ उसी मामले में चार्जशीट दाखिल की।

कुलदीप यादव : पिछली 10 पारियों में 18 विकेट लिए और 37 रन बनाए।

  • ताकत : देश के इकलौते चाइनामैन गेंदबाज। 2018 में 19 वनडे खेले। सबसे ज्यादा 45 विकेट लिए। उनके अभी 44 वनडे में 87 विकेट। जब से डेब्यू किया उसके बाद से उनसे ज्यादा कोई भी विकेट नहीं ले पाया।
  • कमजोरी : बल्लेबाजी में ज्यादा परिपक्व नहीं होना। उनका हाइएस्ट 19 रन है। 44 वनडे में 18 में ही बल्लेबाजी का मौका मिला, सिर्फ 4 बार ही दहाई का आंकड़ा छू पाए।

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