छात्राओं की कंप्यूटर शिक्षा के लिए एनसीएल ने दिए 5 कंप्यूटर

सिगरौली।जरूरतमंद छात्राओं को आधुनिक जीवन के अभिन्न अंग एवं रोजगार पाने हेतु सबसे महत्वपूर्ण कौशल में से एक कंप्यूटर के संचालन का प्रशिक्षण दिलाने में सहयोग देने के उद्देश्य से नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने अपनी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) योजना के तहत सोमवार को 5 कंप्यूटर दिए। एनसीएल मुख्यालय स्थित अधिकारी मनोरंजन गृह में आयोजित कंप्यूटर वितरण कार्यक्रम में एनसीएल के कृति महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती संगीता सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि और उपाध्यक्षा श्रीमती प्रतिमा पाण्डेय एवं श्रीमती नीलू ठाकुर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थीं। साथ ही, कार्यक्रम में एनसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री आत्मेशवर पाठक भी उपस्थित थे।मोरवा के विभिन्न शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली मोरवा एवं उसके आस-पास के गांवों की लकड़ियों को कंप्यूटर की शिक्षा दिलाने के लिए कृति महिला मंडल एनसीएल मुख्यालय अधिकारी मनोरंजन गृह प्रांगण में एक निःशुल्क कंप्यूटर शिक्षा ट्रेनिंग कार्यक्रम संचालित करता है। इस कंप्यूटर शिक्षा केंद्र में गत चार वर्षों के दौरान लगभग 175 जरूरतमंद छात्राओं को कंप्यूटर संचालन की निःशुल्क शिक्षा दी जा चुकी है।कंप्यूटर शिक्षा केंद्र के माध्यम से और भी छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा देने के उद्देश्य से एनसीएल ने ये 5 और कंप्यूटर दिए हैं, जिन्हें मिलाकर अब इस केंद्र में कुल 10 कंप्यूटर हो गए हैं। कंप्यूटर शिक्षा केंद्र में रविवार को छोड़कर प्रतिदिन छात्राओं को शाम 4 से 6 बजे के बीच एमएस वर्ड, एक्सेल, पावर प्वाइंट जैसे बेसिक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर चलाना सिखाया जाता है।कृति महिला मंडल की सदस्याओं ने वर्तमान में कंप्यूटर शिक्षा ले रही छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें पूरे मनोयोग से कंप्यूटर शिक्षा लेने और उसका उपयोग अपने दैनिक जीवन एवं भविष्य में जीवन यापन में करने के लिए प्रोत्साहित किया।एनसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री आत्मेश्वर पाठक ने इस कंप्यूटर शिक्षा केंद्र में कंप्यूटर सीखने वाली छात्राओं के लिए मान्यता प्राप्त प्रमाण-पत्र दिलाने की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में छात्राओं के अध्ययन में सहयोग देने के उद्देश्य से उन्हें ज्योमेट्री बॉक्स भी दिए गए।कार्यक्रम के आयोजन में एनसीएल मुख्यालय की सीएसआर टीम और कृति महिला मंडल की वरिष्ठ सदस्या श्रीमती मंजू बिश्वाल एवं श्रीमती संगीता नारायण ने सहयोग दिया।

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