सोनभद्र (नौशाद अन्सारी/भीम कुमार) गणतंत्र दिवस पे विनोद यादव (दुद्धी एसएचओ) डीजीपी महोदय के निर्देश पे वाराणसी एडीजी महोदय करेंगे सम्मानित।एक कहावत है न के सोना आग में तपकर ही कुंदन बनता है।जी हा यही सब लागु होता है सौम्य स्वभाव के विनोद यादव जी पे।
अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार और वर्दी का खौफ आम जनता से मिटाकर निस्वार्थ सेवा से काम करने वाले विनोद यादव कम समय में जो शोहरत पायी है वो काबिलेतारीफ है।आज विनोद यादव किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं कहते हैं न प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नही होता है।यही बातें लागु होती है तेज तर्रार पुलिस आफिसर विनोद यादव पे।आम जनमानस में सौम्य स्वाभाव के मृदुभाषी के रूप में जाने जाने वाले विनोद यादव अपराधियों में खौफ का दूसरा नाम है।दुद्धी एसएचओ विनोद यादव जी को गणतंत्र दिवस के मौके पर वाराणसी एडीजी महोदय के द्वारा उनके असाधारण सेवा के लिए उन्हें सिल्वर मेडल द्वारा सम्मानित किया जायेगा।विनोद यादव जी के ऊपर किसी भी प्रकार का दबाब काम नहीं करता है।इंसाफ पसन्द व सरल स्वाभाव के विनोद यादव कहते हैं के दुर्दांत अपराधियों का अंत करना और पीड़ित को न्याय के लिए अपराधियों को न्यायालय तक पहुचाना ही वर्दी पहनने का मुख्य मकसद है।
आइये आपको बताते है कौन है विनोद यादव
जौनपुर के बदलापुर मुरीदपुर के रहने वाले विनोद यादव की पुलिस विभाग में जाइनिंग 2001में एसआइ के पद पे हुआ था।विनोद यादव इटावा, सीतापुर,लखनऊ,कानपुर,लखीमपुर खीरी में अपनी सेवा दे चुके है।इस दौरान उन्होंने ताबड़तोड़ अभियान चलाकरबड़े से बड़े अपरधियों को जेल भेजा।उन्हें 2012 में आउट आफ टर्न प्रमोशन मिला और इंस्पेक्टर बने।सोनभद्र में विनोद यादव राबर्ट्सगंज एसएचओ,शक्तिनगर एसएचओ रह चुके है।और वर्तमान में दुद्धी एसएचओ हैं।
विनोद यादव जी ने बातचीत में अपनी सफलता को अपने माता पिता को समर्पित करते हुए कहा के
“सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है”
“बुलंदियों का बड़े से बड़ा मुकाम छुआ
उठाया गोद में माँ ने तब आसमान छुआ”
गणतंत्र दिवस पे विनोद यादव (दुद्धी एसएचओ) को डीजीपी के निर्देश पे एडीजी महोदय करेंगे सम्मानित
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